आरिफ़ नियाज़ी
लॉकडाउन लगने के बाद पहली बार कलियर हज हाउस पहुंचे उत्तराखंड हज कमेटी के चेयरमैन शमीम आलम ने बताया कि इस बार 2516 हज के लिए आवेदन प्राप्त हुए थे जिनमें 2020 के लिए 1278 हज यात्रियों के कुर्रा अंदाज़ी के ज़रिए आवेदन चयनित हुए थे जिनमें बिना मेहरम महिलाओ की संख्या 4 थी जबकि 70 साल से ऊपर के 143 हज यात्रियों का चयन हुआ था।
हज कमेटी के चेयरमैन शमीम आलम ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय भारत सरकार और हज कमेटी ऑफ इंडिया मुम्बई से देश के सभी हज कमेटी के चेयरमैन ने निवेदन किया है कि 2020 के चयनित हज आवेदकों को ही 2021 में हज यात्रा पर प्राथमिकता के साथ तर्जी दी जाए ताकि लोकडौन में 2020 में न जाने वाले हज यात्रियों को मायूसी हाथ न लगे उन्होंने कहा कि पहली बार पर्वतीय छेत्र के 9 जिलों से 73 हज यात्री चयनित हुए थे जिन्हें कुर्रा अंदाज़ी से बाहर रखा गया था।
हज पर न जाने वाले यात्रियों को मिलेगी राहत

शमीम आलम ने बताया कि 2020 में चयनित हज आवेदकों के द्वारा जमा की गई धन राशि 1 महीने के अंदर कवर हैड के खाते में वापस कर दी जाएगी। उन्होंने बताया की कोरोना महामारी के चलते 2020 की हज यात्रा को निरस्त कर दिया गया है। जो सऊदी अरब सरकार और हज कमेटी ऑफ इंडिया मुम्बई द्वारा उन्हें अवगत कराया गया है
उन्होंने ये भी बताया कि आवेदकों के पासपोर्ट कलियर शरीफ हज हाउस ओर कैम्प कार्यालय देहरादून में प्राप्त होंगे जिसके लिए हज कमेटी कार्यालय एस एम एस और फ़ोन करके इसकी जानकारी देंगे इस दौरान उत्तराखंड राज्य हज कमेटी के अधिशासी अधिकारी मुहम्मद मीसम भी मौजूद रहे।