आरिफ़ नियाज़ी
रूडकी विकास कार्यों के लिए मुख्यमंत्री की करोड़ों की घोषणाएं आज भी शासन में अटक कर रह गई है गंग नहर पर पुल के निर्माण और जलभराव से मुक्ति के लिए बड़े नालों के निर्माण को करोड़ों की योजनाओं के लिए बजट का इंतजार है यह स्थिति है कि कई योजनाओं को एनओसी तक भी नहीं मिली तो कई स्टीमेट के बाद भी शासन से हरी झंडी का इंतजार कर रही है करीब 2 साल से करोड़ों की योजनाओं को स्वीकृति नहीं मिल पाने के कारण शहर का विकास रुका हुआ है करोना काल में शहर समेत आसपास के क्षेत्रों के विकास कार्य थम से गए अनलॉक शुरू होने के बाद भी विकास कार्य में तेजी नाना चिंता का सबब बनता जा रहा है। हैरत की बात यह कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से शहर के विकास के लिए की गई करोड़ों की योजनाएं आज भी शासन में अटकी हुई है।

गौरतलब है कि 2 साल पहले विधायक प्रदीप बत्रा के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने गंग नहर पर पीर बाबा कॉलोनी के पास करीब 3 करोड़ की लागत से 85 मीटर लंबे पैदल पुल के निर्माण की घोषणा कराई थी लेकिन अभी तक इस योजना के लिए बजट जारी नहीं हो पाया है 2 साल में 15 से अधिक निर्माण कार्य की घोषणा मुख्यमंत्री कर चुके हैं इनमें से एक कुछ को छोड़ दें तो अधिकांश लंबित हैं। इन योजनाओं में सोलानीपुरम से सुनाई नदी और पठानपुरा से आदर्श नगर तक नाले का निर्माण भी शामिल है जो आज तक भी नहीं हो पाया है इस कार्य के लिए अभी तक एनएचएआई से एनओसी तक भी नहीं मिली है तीन करोड़ पचास लाख की लागत से दिल्ली हरिद्वार हाईवे पर रामकृष्ण मिशन से शेरपुर तक निर्माण के काम को भी हरी झंडी नहीं मिली है।
वही इस बाबत रूडकी से भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा का कहना है कि शासन से भी बजट जारी नहीं हो पाया है अधिकारियों की डीपीआर शासन को भेज दी गई है मुख्यमंत्री ने इसे जल्द जारी करने का आश्वासन दिया है जल्द ही विकास कार्यों को शुरू कराया जाएगा।और विकास कार्यों में तेज़ी आएगी।