आरिफ नियाज़ी
रूडकी सिंचाई विभाग की राजकीय उद्दोगशाला एक बार फिर चर्चाओं में है। इस बार उद्दोगशाला के टाइम ऑफिस से एक रिटायर्ड कर्मचारी की सेवा पुस्तिका गायब होने से हड़कंप मच गया है। जिसकी सूचना मिलते ही राजकीय उद्दोगशाला के अधिशासी अभियंता ने टाईम ऑफिस के चार कर्मचारियों से इस बाबत जहां जवाब तलब किया है वहीं सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस को तहरीर भी सौंप दी है फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन करने में जुटी है। दरअसल उत्तराखण्ड सिंचाई विभाग की राजकीय उद्दोगशाला किसी ना किसी मामले को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहती है। इस बार उद्दोगशाला के रिटायर्ड कर्मचारी नसीम अहमद की सेवा पुस्तिका गायब होने से हड़कंप मच गया।

नसीम अहमद की सेवा पुस्तिका गायब होने के बाद टाईम ऑफिस के चार कर्मचारियों ने सेवा पुस्तिका की काफी तलाश की लेकिन उसका अभी तक भी कोई पता नहीं चल सका है ।हालांकि बीती दस फरवरी 2021 से सेवा पुस्तिका गायब होने की बात कही जा रही है। वहीं इस मामले में उद्दोगशाला के स्टाफ में तमाम तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं। बताया जा रहा है कि उधोगशाला के रिटायर्ड कर्मचारियों की पेंशन के मामले में उधोगशाला के रिटायर्ड कर्मचारी नसीम अहमद ने उच्चतम न्यायालय दिल्ली में याचिका दायर की थी जिसे लेकर नसीम अहमद विभाग में बेहद चर्चाओं में आ गए थे। अब जबकि उच्चतम न्यायालय दिल्ली के आदेश पर रिटायर्ड कर्मचारियों की पेंशन का काम राजकीय उद्दोगशाला मे बड़े पैमाने तेज़ी से चल रहा है तो ऐसे में सेवा पुस्तिका का गायब होने पर कई बड़े सवाल भी खड़े हो रहे हैं।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उद्दोगशाला के अधिशासी अभियंता सुरेश पाल ने टाईम ऑफिस के चार कर्मचारियों से जवाब तलब किया है तो वहीं सिविल लाइन कोतवाली को तहरीर भी दी है।इस बाबत सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी राजेश शाह का कहना है कि उद्दोगशाला के अधिशासी अभियंता की ओर से कर्मचारी की सेवा पुस्तिका गायब होने के सम्बंध में तहरीर प्राप्त हुई है जिसकी जांच की जा रही है।